अकबर की रज़ाई- Akbar Birbal Kahani

अकबर की रज़ाई अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बहुत से दरबारी अकबर के शाही सलाहकार का पद लेना चाहते थे। बादशाह बोले इसके लिए सबकी परीक्षा होगी और जो इस परीक्षा में उत्तीर्ण होगा, उसे ही यह पद दिया जायेगा।

जंगली पेड़ व शाही गुलाब – Akbar Birbal Kahani

जंगली पेड़ व शाही गुलाब अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बादशाह अकबर ने एक बार देखा कि एक आदिवासी औरत ने जंगल बारबीच बीच एक बच्चे को जन्म दिया, वो भी बिना किसी मदद के और फिर लकड़ी सिर पर

ईश्वर क्या करता है? – Akbar Birbal Kahani

ईश्वर क्या करता है? अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक बार अकबर ने बीरबल से पूछा, “ईश्वर क्या करता है ?” बीरबल बोले, “जहांपनाह, एक आम चरवाहा भी इसका उत्तर दे सकता है।” बादशाह ने बीरबल को एक चरवाहे को

विधवा की बचत – Akbar Birbal Kahani

विधवा की बचत अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक साधु था। जो अपने इलाके में बेहद ईमानदार समझा जाता था। उसके किया कि तीर्थयात्रा हो आऊं। यही सोचकर उसने घर का सारा कीमती सामान बेच दिया और नकदी में से

मुर्गी या अंडा – Akbar Birbal Kahani

मुर्गी या अंडा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani रबार खत्म होने को था, तभी एक पंडित आया और बोला, “वह एक “कृपया इस पंडित के प्रश्न का उत्तर जल्दी से दो। मैं दरबार समाप्त करना चाहता हूं।” पंडित बोला :

पेड़ के नीचे सोना – Akbar Birbal Kahani

पेड़ के नीचे सोना अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani शाही माली एक कंजूस व्यक्ति था। उसने अपनी बहुत-सी कमाई बचाकर रखी थी, लेकिन उस धन को रखने की जगह किसी को नहीं बता रखी थी। एक दिन उसने देखा कि

मुखौटे वाला चेहरा – Akbar Birbal Kahani

मुखौटे वाला चेहरा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक बार अकबर अपने एक दरबारी से इतना क्रोधित हो गये कि उसे दरबार से निकालते हुए बोले, “तुम मुझे दोबारा अपना चेहरा मत दिखाना।” वह व्यक्ति बीरबल के पास मदद के

सोने की मोहरें या न्याय- Akbar Birbal Kahani

सोने की मोहरें या न्याय अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक दिन बादशाह ने बीरबल से पूछा कि अगर तुम्हें न्याय व सोने की मोहर में से चुनने को कहा जाए तो तुम किसे चुनोगे ?” बीरबल बिना हिचक बोले,

चिराग तले अंधेरा – Akbar Birbal Kahani

चिराग तले अंधेरा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक दिन अकबर और बीरबल सूर्योदय देख रहे थे कि तभी पास में ही कहीं शोर सुनायी पड़ा। वे वहां पहुंचे और देखा कि कुछ यात्रियों को लूट कर डाकू वहां से