विधवा की बचत – Akbar Birbal Kahani
विधवा की बचत अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक साधु था। जो अपने इलाके में बेहद ईमानदार समझा जाता था। उसके किया कि तीर्थयात्रा हो आऊं। यही सोचकर उसने घर का सारा कीमती सामान बेच दिया और नकदी में से
moralstoryinhindi.online
विधवा की बचत अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक साधु था। जो अपने इलाके में बेहद ईमानदार समझा जाता था। उसके किया कि तीर्थयात्रा हो आऊं। यही सोचकर उसने घर का सारा कीमती सामान बेच दिया और नकदी में से
मुर्गी या अंडा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani रबार खत्म होने को था, तभी एक पंडित आया और बोला, “वह एक “कृपया इस पंडित के प्रश्न का उत्तर जल्दी से दो। मैं दरबार समाप्त करना चाहता हूं।” पंडित बोला :
पेड़ के नीचे सोना अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani शाही माली एक कंजूस व्यक्ति था। उसने अपनी बहुत-सी कमाई बचाकर रखी थी, लेकिन उस धन को रखने की जगह किसी को नहीं बता रखी थी। एक दिन उसने देखा कि
मुखौटे वाला चेहरा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक बार अकबर अपने एक दरबारी से इतना क्रोधित हो गये कि उसे दरबार से निकालते हुए बोले, “तुम मुझे दोबारा अपना चेहरा मत दिखाना।” वह व्यक्ति बीरबल के पास मदद के
सोने की मोहरें या न्याय अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक दिन बादशाह ने बीरबल से पूछा कि अगर तुम्हें न्याय व सोने की मोहर में से चुनने को कहा जाए तो तुम किसे चुनोगे ?” बीरबल बिना हिचक बोले,
चिराग तले अंधेरा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक दिन अकबर और बीरबल सूर्योदय देख रहे थे कि तभी पास में ही कहीं शोर सुनायी पड़ा। वे वहां पहुंचे और देखा कि कुछ यात्रियों को लूट कर डाकू वहां से
काली ही नेमत अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बादशाह अकबर प्रायः भेस बदलकर सैर के लिए निकला करते थे। एक दिन वह बीरबल के साथ भेस बदलकर शहर से बाहर एक गांव में पहुंचे। वहां बादशाह ने देखा कि एक
संत तोता अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक बार बादशाह अकबर को एक बहुत सुंदर तोता तोहफे में मिला। तोता बड़ा ज्ञानी था। अच्छी-अच्छी बातें करता था। बादशाह ने उसकी देखभाल के लिए एक आदमी नियुक्त कर दिया और उसे
फरमाइश एक दिन बादशाह ने फरमाइश की उन्हें चार चीजें बतलाओ – जो यहाँ हो, वहां नहीं। जो वहां तो हो, यहां नहीं। जो यहां भी नहीं, वहां भी नहीं। जो वहां और यहां दोनों जगह हो। बीरबल ने दो दिन की
धरती का बीच एक बार बादशाह ने बीरबल से कहा, बहुत से प्रश्न ऐसे हो सकते हैं जिनका उत्तर कोई नहीं दे सकता। तुम भी नहीं दे सकते। ऐसे प्रश्न मैं पूछ सकता हूँ ? पूछिए, बीरबल ने सहज भाव से उत्तर