मुखौटे वाला चेहरा – Akbar Birbal Kahani

मुखौटे वाला चेहरा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक बार अकबर अपने एक दरबारी से इतना क्रोधित हो गये कि उसे दरबार से निकालते हुए बोले, “तुम मुझे दोबारा अपना चेहरा मत दिखाना।” वह व्यक्ति बीरबल के पास मदद के

सोने की मोहरें या न्याय- Akbar Birbal Kahani

सोने की मोहरें या न्याय अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक दिन बादशाह ने बीरबल से पूछा कि अगर तुम्हें न्याय व सोने की मोहर में से चुनने को कहा जाए तो तुम किसे चुनोगे ?” बीरबल बिना हिचक बोले,

चिराग तले अंधेरा – Akbar Birbal Kahani

चिराग तले अंधेरा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक दिन अकबर और बीरबल सूर्योदय देख रहे थे कि तभी पास में ही कहीं शोर सुनायी पड़ा। वे वहां पहुंचे और देखा कि कुछ यात्रियों को लूट कर डाकू वहां से

काली ही नेमत- Akbar Birbal Kahani

काली ही नेमत अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बादशाह अकबर प्रायः भेस बदलकर सैर के लिए निकला करते थे। एक दिन वह बीरबल के साथ भेस बदलकर शहर से बाहर एक गांव में पहुंचे। वहां बादशाह ने देखा कि एक

संत तोता- Akbar Birbal Kahani

संत तोता अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक बार बादशाह अकबर को एक बहुत सुंदर तोता तोहफे में मिला। तोता बड़ा ज्ञानी था। अच्छी-अच्छी बातें करता था। बादशाह ने उसकी देखभाल के लिए एक आदमी नियुक्त कर दिया और उसे

फरमाइश- Akbar Birbal Kahani

फरमाइश एक दिन बादशाह ने फरमाइश की उन्हें चार चीजें बतलाओ – जो यहाँ हो, वहां नहीं। जो वहां तो हो, यहां नहीं। जो यहां भी नहीं, वहां भी नहीं। जो वहां और यहां दोनों जगह हो। बीरबल ने दो दिन की

धरती का बीच- Akbar Birbal Kahani

धरती का बीच एक बार बादशाह ने बीरबल से कहा, बहुत से प्रश्न ऐसे हो सकते हैं जिनका उत्तर कोई नहीं दे सकता। तुम भी नहीं दे सकते। ऐसे प्रश्न मैं पूछ सकता हूँ ? पूछिए, बीरबल ने सहज भाव से उत्तर

बुलाकर लाओ- Akbar Birbal Kahani

बुलाकर लाओ एक रोज सुबह-सुबह बादशाह ने अपने सेवक को हुक्म दिया, बुलाकर लाओ। आगे कुछ नहीं बताया। सेवक ने भी नहीं पूछा। उसका साहस भी नहीं हुआ। उसकी समझ में कुछ नहीं आया था कि वह किसे बुलाकर लाए। उसने अपने

अंतर- Akbar Birbal Kahani

अंतर बीरबल की सूझ-बूझ, बुद्धि और हाजिरजवाबी से जहाँ बादशाह अकबर प्रसन्न रहते थे, वहां दरबार के अन्य लोगों में की ऐसे थे जो बीरबल को उच्च पद से हटाना तथा बादशाह की दृष्टि में गिरना चाहते थे। वे लोग ऐसे अवसर

सबसे प्यारी चीज- Akbar Birbal Kahani

सबसे प्यारी चीज बादशाह ने एक दिन सभासदों और विद्वानों से प्रश्न किया सबसे प्यारी चीज क्या है ? बादशाह अकबर ऐसे प्रश्न प्रायः करते रहते थे। उनके दरबार में बहुत से ऐसे विद्वान थे जो इस प्रकार के दर्शनिक, समाजिक और