अंगूठी में भगवान – Akbar Birbal Kahani
अंगूठी में भगवान अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बादशाह अकबर ने एक बार बीरबल से पूछा, “बीरबल तुम कहते हो ईश्वर सब जगह है। बीरबल बोले, “हां बादशाह, ईश्वर हर जगह है। इसमें कोई शक नहीं है। ” अकबर ने
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अंगूठी में भगवान अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बादशाह अकबर ने एक बार बीरबल से पूछा, “बीरबल तुम कहते हो ईश्वर सब जगह है। बीरबल बोले, “हां बादशाह, ईश्वर हर जगह है। इसमें कोई शक नहीं है। ” अकबर ने
ईश्वर से महान अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक दिन दो कवि किसी दूर राज्य से दरबार में आये। उन्होंने सबको अपने गीतों और कविताओं से खुश कर दिया। बादशाह ने उन्हें इनाम दिया। उन कवियों ने पहले इतना सोना
कवि रायदास अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani आगरा शहर में एक अमीर व्यक्ति रहता था। लेकिन वह बहुत कंजूस था। बहुत से लोग प्रतिदिन उसके घर के बाहर भीड़ लगाते, और उससे कुछ दया की उम्मीद करते, लेकिन उन्हें निराश
ज्योतिषी की भविष्यवाणी अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बादशाह अकबर ने सुना कि कोई ज्योतिष शेखी बघारता है कि उसकी भविष्यवाणी कभी झूठी नहीं हो सकती। उसे सजा देने के लिए दरबार में बुलाया गया। अकबर ने उस व्यक्ति से
अकबर की रज़ाई अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बहुत से दरबारी अकबर के शाही सलाहकार का पद लेना चाहते थे। बादशाह बोले इसके लिए सबकी परीक्षा होगी और जो इस परीक्षा में उत्तीर्ण होगा, उसे ही यह पद दिया जायेगा।
जंगली पेड़ व शाही गुलाब अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani बादशाह अकबर ने एक बार देखा कि एक आदिवासी औरत ने जंगल बारबीच बीच एक बच्चे को जन्म दिया, वो भी बिना किसी मदद के और फिर लकड़ी सिर पर
ईश्वर क्या करता है? अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक बार अकबर ने बीरबल से पूछा, “ईश्वर क्या करता है ?” बीरबल बोले, “जहांपनाह, एक आम चरवाहा भी इसका उत्तर दे सकता है।” बादशाह ने बीरबल को एक चरवाहे को
विधवा की बचत अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani एक साधु था। जो अपने इलाके में बेहद ईमानदार समझा जाता था। उसके किया कि तीर्थयात्रा हो आऊं। यही सोचकर उसने घर का सारा कीमती सामान बेच दिया और नकदी में से
मुर्गी या अंडा अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani रबार खत्म होने को था, तभी एक पंडित आया और बोला, “वह एक “कृपया इस पंडित के प्रश्न का उत्तर जल्दी से दो। मैं दरबार समाप्त करना चाहता हूं।” पंडित बोला :
पेड़ के नीचे सोना अकबर बीरबल कहानी – Akbar Birbal Kahani शाही माली एक कंजूस व्यक्ति था। उसने अपनी बहुत-सी कमाई बचाकर रखी थी, लेकिन उस धन को रखने की जगह किसी को नहीं बता रखी थी। एक दिन उसने देखा कि